कोरोना महामारी के खिलाफ जंग मे पटवारियों के रवैये से ग्रामीण नाराज

इंदौर।कोरोना महामारी की जंग मे पुलिसकर्मी,पंचायत कर्मी व सेहत कर्मीयो के साथ ग्रामीणो ने अपने गाँवो मे मोर्चा संभाल रखा है। वही तेल्याखेडी उडेल,पेडमी व जेतपुरा गाँव की पटवारी सुमनशर्मा लाकडाउन के 25 दिन मे मात्र दो बार अपने क्षेत्र के गाँवो मे आई ओर सेल्फी लेकर चली गई ।किसानों  और ग्रामीणों को किसी प्रकार की कोई जानकारी इनके द्वारा नहीं दी जाती है । जबकि  तहसीलदार संजययादव गाँव की गलियो मे अपनी टीम के साथ घुमकर नागरिकों व जनप्रतिनिधियो से मिलते है। सरपंचो व सचिवो ने बताया की पटवारी सुमनशर्मा कब आती है ,और सेल्फी लेकर कब चली जाती है ।हमें पता ही नहीं चलता ।ग्रामीणों ने ऐसे संकट की घड़ी़ में पटवारी द्वारा इस तरह की मुँँह दिखाई व फोटोबाजी करना उचित नही है। जब उनसेे पूछा कि कोरोनावायरस मैं आपको राजस्व विभाग ने  ग्रामीण क्षेत्र में क्या दायित्व सौंपा तो उन्होंने बताने से इनकार कर दिया ।ग्रामीणों  व किसानों ने ऐसे लापरवााह पटवारियों को निलंबित करने की मांग की है। साथ ही पंचायत विभाग के जनपद सीईओ ,पंचायत निरीक्षक ,एडीओ ,पीसीओ ,कृषि विभाग के ग्राम सेवको  व शिक्षा विभाग के अधिकारियोंं को भी कोरोनावायरस की जंग में ड्यूटी लगाने की मांग की है ।अभी कोरोनावायरस की जंग मैं नाममात्र का वेतन पाने वाले छोटेेे स्तर के कर्मचारी मैदान में डटे हैं । वही अधिक वेतन पाने वाले अधिकारी कर्मचारी लाडाउन है।